UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024 “यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन” होता है, जो भारत सरकार के लिए विभिन्न सरकारी नौकरियों की भर्ती का आयोजन करता है।
Table of Contents
UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024 की स्थापना कब हुई और किसने किया
यूपीएससी की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी और इसकी स्थापना करने वाले व्यक्ति का नाम रॉस बर्क्ले था।यूपीएससी
exam देने के लिए तैयारी कैसे करे?
यूपीएससी (UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024) परीक्षा की तैयारी के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:
1• स्थिति समीक्षा: पहले अपनी ज्ञान, कौशल, और क्षमताओं की स्थिति समीक्षा करें।
2•सिलेबस का अध्ययन: UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024 सिलेबस को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें।
3•सही स्टडी मैटेरियल: महत्वपूर्ण बुक्स, क्लास नोट्स, और अन्य स्टडी मैटेरियल का चयन करें।
4•नियमित पढ़ाई: नियमित रूप से पढ़ाई करें और एक स्वस्थ अध्ययन अनुसूची बनाएं।
5•मॉक टेस्ट और प्रीवियस ईयर्स पेपर्स: मॉक टेस्ट लें और पिछले वर्षों के पेपर्स का अध्ययन करें।
6•समय प्रबंधन: अच्छे से समय प्रबंधन करें, विषयों को पूरा करने के लिए समय बांटें।
7• स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ध्यान और उत्साह बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
8• स्वतंत्रता और समर्पण: तैयारी में समर्पित रहें और स्वतंत्रता से पढ़ाई करें।
9•साक्षात्कार और व्यक्तित्व विकास: साक्षात्कार की तैयारी करें और व्यक्तित्व को सुधारने के लिए कदम उठाएं।
इन सुझावों का पालन करके आप UPSC परीक्षा की अच्छी तैयारी कर सकते हैं।
UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024 syllabus
UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं? यूपीएससी का सिलेबस विभिन्न परीक्षाओं के लिए अलग-अलग हो सकता है, लेकिन सामान्यत: संघ लोक सेवा (सिविल सेवा) परीक्षा का सामान्य सिलेबस निम्नलिखित होता है:
1•प्रारंभिक परीक्षा (पेपर-I)
• इतिहास और सांस्कृतिक
• भूगोल
• भौतिकी
• राजनीति और सामाजिक विज्ञान
• अर्थशास्त्र
• सामान्य विज्ञान
• पूर्व से उत्तर दिशाएँ
• सामान्य विविधता और जीव विज्ञान
2•प्रारंभिक परीक्षा (पेपर-II)
• अंग्रेजी भाषा और कौश|
• सामान्य स्थितियों में सुधार
3•मुख्य परीक्षा
• सामान्य अध्ययन – I
• सामान्य अध्ययन – II
• सामान्य अध्ययन – III
•विविध विषय (विज्ञान, कला, वाणिज्य, लॉ, मनोविज्ञान, इत्यादि) – I
•विविध विषय (विज्ञान, कला, वाणिज्य, लॉ, मनोविज्ञान, इत्यादि) – ||
यह सिलेबस परिवर्तन के सुझावों के बारे में नवीनतम जानकारी के लिए यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट या अधिसूचना की जाँच करें।
UPSC एग्ज़ाम पास करके क्या बन सकते है?
UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं? यूपीएससी (UPSC का फुल फॉर्म क्या हैं 2024) परीक्षा पास करने के बाद आप भारतीय सिविल सेवा में (Indian Civil Services) कई पदों पर नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं, जैसे IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (भारतीय पुलिस सेवा), IFS (भारतीय विदेश सेवा), IRS (भारतीय राजस्व सेवा), आदि। इन पदों पर नियुक्त होकर आप शासन, पुलिस, विदेश संबंध, राजस्व, आदि विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
UPSC एग्ज़ाम कोन कोन दे सकता है?
यूपीएससी (UPSC) परीक्षा भारतीय नागरिकता रखने वाले नागरिकों के लिए उपलब्ध है। इस परीक्षा को देने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:
1•नागरिकता: आपको भारतीय नागरिक होना चाहिए या ऐसा व्यक्ति जिसने भारतीय नागरिकता को ग्रहण किया हो।
2•”शिक्षा: आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
3•आयु सीमा: आयु सीमा विभिन्न वर्गों के लिए अलग हो सकती है, लेकिन सामान्य रूप से 21 से 32 वर्ष के बीच होती है। आयु सीमा में छूट और अन्य विशेष वर्गों के लिए छूटें भी हो सकती हैं।इसके अलावा, अन्य विशेष प्रावधान भी हो सकते हैं जो UPSC द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
UPSC एग्ज़ाम देने के लिए Roll and Regulation क्या है?
यूपीएससी (UPSC) परीक्षा देने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों का पालन करना होता है:
• 1 नागरिकता: आपको भारतीय नागरिक होना चाहिए या किसी ऐसे व्यक्ति की नागरिकता होनी चाहिए जिसने भारतीय नागरिकता को ग्रहण किया हो।
• 2 शिक्षा: आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
• 3 आयु सीमा: आयु सीमा विभिन्न वर्गों के लिए अलग हो सकती है, लेकिन सामान्य रूप से 21 से 32 वर्ष के बीच होती है।
• 5 प्रवेश परीक्षा: आपको UPSC की प्रवेश परीक्षा (प्रेलिम्स और मेन्स) को सफलता पूर्वक पास करना होता है।
• 6 मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार: मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में सफलता प्राप्त करना होता है।
• 7 अन्य योग्यताएं: योग्यता में छूट और अन्य विशेष प्रावधानों को पूरा करना होता है जैसे कि आरक्षित वर्गों के लिए आयु सीमा में छूट और शैक्षणिक योग्यता में छूट।
इन योग्यताओं को पूरा करने के बाद, आप UPSC के अधिसूचित पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यूपीएससी (UPSC) परीक्षा देने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों का पालन करना होता है:
• 2 शिक्षा: आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
• 3 आयु सीमा: आयु सीमा विभिन्न वर्गों के लिए अलग हो सकती है, लेकिन सामान्य रूप से 21 से 32 वर्ष के बीच होती है।
• 5 प्रवेश परीक्षा: आपको UPSC की प्रवेश परीक्षा (प्रेलिम्स और मेन्स) को सफलता पूर्वक पास करना होता है।
• 6 मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार: मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में सफलता प्राप्त करना होता है।
• 7 अन्य योग्यताएं: योग्यता में छूट और अन्य विशेष प्रावधानों को पूरा करना होता है जैसे कि आरक्षित वर्गों के लिए आयु सीमा में छूट और शैक्षणिक योग्यता में छूट।
इन योग्यताओं को पूरा करने के बाद, आप UPSC के अधिसूचित पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यूपीएससी (UPSC) परीक्षा देने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों का पालन करना होता है:
IAS की salary कितनी होती है?
IAS (Indian Administrative Service) के अधिकारियों की वेतन संरचना स्थायी संगठनिक कदों और अन्य कारणों पर निर्भर करती है, लेकिन इसका सामान्य रूप से बहुत ही उच्च स्तर होता है।वर्तमान (2022) में, नई ताजगी नहीं होने के कारण विशेष वेतन आयोग द्वारा निर्धारित वेतन के आधार पर, IAS के अधिकारियों का वेतन निम्नलिखित तक जा सकता है:
• आरंभिक वेतन: ₹56,100 (स्तर 10 के अनुसार)
• उच्चतम वेतन: ₹2,50,000 (केबिनेट सचिव स्तर की सीमा तक)
इसके अलावा, विभिन्न भत्ते और अन्य लाभ भी उपलब्ध होते हैं, जो उनके कुल आय को बढ़ा सकते हैं। यह वेतन स्थायी समीक्षा के आधार पर संशोधित हो सकता है, और नए वेतन आयोग के बाद यह फिर से समीक्षित जा सकता है।
IPS की salary कितनी होती हैं?
IPS (Indian Police Service) की वेतन संरचना सरकार द्वारा स्थापित की जाती है और समय-समय पर संशोधन हो सकता है। इसमें विभिन्न पारिस्थितिकियों और स्थानों के आधार पर भिन्नताएं हो सकती हैं।
सामान्यत: IPS के पहले साल के आरंभिक वेतन (बेसिक पेय) करीब 56,100 रुपये प्रति माह से शुरू हो सकता है, जो कि स्केल 10 के तहत है। इसके साथ ही, अन्य भत्ते और लाभ भी शामिल होते हैं, जैसे कि डीए, एचआरए, एचरा, इंस्पेक्शन भत्ता, ग्राहक भत्ता आदि।
कृपया ध्यान दें कि यह वेतन संख्याएँ बदल सकती हैं और इनमें सम्मिलित सभी अनुष्ठानों के साथ बढ़ सकती हैं।
IFS की salary कितनी होती हैं?
IFS (Indian Foreign Service) के अधिकारियों की वेतनमान भारत सरकार द्वारा स्थापित किया जाता है और इसमें समय-समय पर संशोधन किया जा सकता है। हालांकि, यह वेतनमान संबंधित अनुसूचियों, पोस्ट और स्थायी सेवा के अनुसार बदल सकता है।
आमतौर पर, नौकरी की प्रारंभिक स्तर पर वेतनमान ग्रेड पे (Grade Pay) के साथ होता है और समय के साथ अधिकतम वेतनमान मिलता जाता है। आप नौकरी के प्रारंभिक दौर में भी भत्ते, भद्रता भत्ता, भूतपूर्व विदेश भ्रमण भत्ता, और अन्य भत्तों का उपयोग कर सकते हैं।
कृपया ध्यान दें कि इस जानकारी में बदलाव हो सकता है, और आपको स्थानीय सरकार और संघ के निर्देशों का भी पालन करना हो सकता है।
IRS की salary कितनी होती हैं?
IRS (Indian Revenue Service) की सैलरी भारत सरकार के नौकरी ग्रेड और स्तर पर निर्भर करती है, और यह नियमित रूप से बदल सकती है। एक IRS अधिकारी की सैलरी निम्नलिखित कारणों पर आधारित होती है:
1• पद: IRS में कई पद हो सकते हैं जैसे आसिस्टेंट कमीशनर, डिप्टी कमीशनर, आयकर अधिकारी आदि।
2• पाय बैंड: नौकरी के पद और स्तर के हिसाब से एक विशिष्ट पाय बैंड का चयन किया जाता है।
3•दरें और भत्ते: आधिकारिक दरें और संलग्न भत्ते भी सैलरी में शामिल होते हैं।
4•हाउस रेंट अलाउंस: नौकरी के स्थान पर निर्भर करता है, और यह नौकरी स्थान के आधार पर प्रदान किया जाता है।
एक IRS ऑफिसर की सैलरी सामान्यत: ₹56,100 से ₹1,77,500 (स्तर 10 के तहत) से शुरू होती है, लेकिन इसमें बोनस, दरें, और अन्य भत्तों का भी मिलना संभावना है। साथ ही, सरकार के निर्दिष्ट अवधियों के बाद यह सैलरी बढ़ सकती है।